Saturday, 7 May 2011

एक अहसास ...............

एक अहसास जो है खास,
कभी नहीं कहा मैंने
मुझे ये जिंदगी दी तब,
कितना दर्द सहा तुमने
फिर भी मुस्कुराती रही,
और मुझे यूहीं झुलाती रही
उस दुलार को बहुत याद करते हैं
माँ तुझसे बहुत प्यार करते हैं...........

वो पढ़ना मुझे,
तुमने ही सिखाया
फिर भी मैंने,
तुम्ही को रुलाया
वो उंगली पकड़कर ,
हम स्कूल जाते थे
और आते हुए,
आइसक्रीम भी खाते थे
वो गलती करने पर,
तुम्हारा मारना
फिर मुझसे यूँ ,
माफ़ी भी माँगना
ज़हन में अपने हम वो यादें बसाते हैं
माँ तुझसे बहुत प्यार करते हैं............

वो छुपछुप कर ,
सिनेमा देखते थे
पापा को ये,
बताने से डरते थे
कॉलेज में बहुत,
बंक मारते थे
अटेंडेंस कम होने पर ,
तुम्हें प्रिंसिपल से मिलाते थे
पर तुम बहुत भोली थीं,
और हमारी हमजोली थीं
दिल में तुम्हारी हम तस्वीर रखते हैं
माँ तुझसे बहुत प्यार करते हैं............

नौकरी लगी हमारी ,
तुम्हारे आशीर्वाद से
छोड़ गए तुम्हें हम ,
यूँ बेहाल से
कैसे रहेंगे ये ,
चिंता तुम्हें थी                             
तुम्हारे बिना रहने की,
हमें आदत नहीं थी
फिर हमें मिला,
 कोई अपना
और सीख लिया था,
 हमने भी जीना
तुम हमें बहुत,
 याद करती थीं
और हमें अब इसकी ,
परवाह भी न होती थी
दूर हो गए थे,
तुमसे हम इतना
मिल पाना भी अब,
बन गया था सपना
इस बात का हमें अफ़सोस रहेगा,
तुम्हारा ख्याल हमेशा ज़हन में ही होगा
आज इस बात का इज़हार करते हैं
माँ तुझसे बहुत प्यार करते हैं
माँ तुझसे बहुत प्यार करते हैं......................