Thursday, 7 September 2017

हमसफ़र

                                  हमसफ़र

हमसफ़र वो नहीं जो उम्र भर संग रहे 
हमसफ़र वो है जो तमाम उम्र साथ दे 

हमसफ़र मेरे कभी नहीं मांगी तुझसे मौजूदगी तेरी 
बस एक तमन्ना है हमेशा रहे सलामती तेरी 

संग होना तो सब निभाना जानते हैं 
मगर साथ देना हर किसी की सीरत में नहीं 

हमसफ़र मेरे  कभी नहीं मांगी तुझसे शामें तेरी
बस एक तमन्ना है मुझपर हमेशा रहे छाँव तेरी 

शालिनी 'सरगम'